tag:blogger.com,1999:blog-5752275418670186552.post6034913123235985028..comments2023-09-24T21:32:32.118+05:30Comments on कोर्ट कचहरी: हाँ ये , अदालत है.अजय कुमार झाhttp://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5752275418670186552.post-55850469615000939522009-06-06T18:13:03.730+05:302009-06-06T18:13:03.730+05:30काश सरकारों के पास, अदालतों और कानूनों के लिए भी प...काश सरकारों के पास, अदालतों और कानूनों के लिए भी पर्याप्त समय होता.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5752275418670186552.post-75933390775566926132009-06-03T14:17:16.566+05:302009-06-03T14:17:16.566+05:30हाँ ये अदालत है
जहाँ पर कांटे है जो दीखते नही
यहाँ...हाँ ये अदालत है<br />जहाँ पर कांटे है जो दीखते नही<br />यहाँ पर जरुरत है जो विकती नही<br />यहाँ पर जो है वो झूठ है<br />सच में कहे यहं पर भी लूट हैAMBRISH MISRA ( अम्बरीष मिश्रा )https://www.blogger.com/profile/12068476262948941211noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5752275418670186552.post-55863859274159032952009-06-02T23:30:19.891+05:302009-06-02T23:30:19.891+05:30भाई अदालतें कम हैं तो यह सब तो होगा। माँग जितनी पू...भाई अदालतें कम हैं तो यह सब तो होगा। माँग जितनी पूर्ती ही नहीं है तो बिचौलिए कमाएंगे ही।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5752275418670186552.post-58815617143989000942009-06-02T19:36:14.745+05:302009-06-02T19:36:14.745+05:30न्यायालय में भ्रष्टाचार मंदिर में होता व्यभिचार।
व...न्यायालय में भ्रष्टाचार मंदिर में होता व्यभिचार।<br />विश्वासों का टूट रहा है धीरे धीरे सब आधार।।<br /><br />सादर <br />श्यामल सुमन <br />09955373288 <br />www.manoramsuman.blogspot.com<br />shyamalsuman@gmail.श्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.com